tumhe chahta hoon......
कोई तो बहाना दो खुदको मेरे पास आने का,
कोई तो इरादा दो दिलको मुझसे दिल लगाने का,
भले कुछ सितम ही कर दो मुझे तुम वफ़ा न दो,
मेरे दिल के टुकड़े टुकड़े सौ सौ दफा कर दो...
मेरी ये आँखें तेरी नज़र चाहती हैं,
ये सांसें भी मेरी तेरी फिकर चाहती हैं,
तू दिल की तमन्नाओं में कुछ बसी इस तरह से है,
कि धड़कनें भी मेरी तेरा ज़िकर चाहती हैं...
सुनो न...
कोई तो इरादा दो दिलको मुझसे दिल लगाने का,
भले कुछ सितम ही कर दो मुझे तुम वफ़ा न दो,
मेरे दिल के टुकड़े टुकड़े सौ सौ दफा कर दो...
मेरी ये आँखें तेरी नज़र चाहती हैं,
ये सांसें भी मेरी तेरी फिकर चाहती हैं,
तू दिल की तमन्नाओं में कुछ बसी इस तरह से है,
कि धड़कनें भी मेरी तेरा ज़िकर चाहती हैं...
सुनो न...