अपने सपने
सब की खुशी के लिए खुद को भुला बैठे
दिल ना दुखे किसी का हमसे खुद को रुला बैठे
जिंदगी तो हसीन हमें भी लगती थी
सपनों को जीने की चाहत हमें भी बहुत थी
अपनों के लिए अपने खुद के सपने भुला बैठे
आज देखते हैं वही अपने हमें रुला बैठे
यह वक्त की लहर है...
दिल ना दुखे किसी का हमसे खुद को रुला बैठे
जिंदगी तो हसीन हमें भी लगती थी
सपनों को जीने की चाहत हमें भी बहुत थी
अपनों के लिए अपने खुद के सपने भुला बैठे
आज देखते हैं वही अपने हमें रुला बैठे
यह वक्त की लहर है...