...

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Lost_Love❤
था ही डर मुझे तेरे फिर से लौटने का,
तु क्यूँ ऐसे मुड़ के आया है,
बैचेन मेरे दिल का क्यूँ कत्ल लाया है,
पता है ना...हम बिछड़ गए अरसा पहले,
क्या अब दीदार चुराने आया है,
तूने ना जाने की खबर दी ना आने की,
यूँ ओझल होना तेरी मर्जियाँ है,
डर है मुझे तेरे उस अजीब से सवाल का आज भी,
तु पूछेगा.. मै खामोश... और फिर अलविदा... Hnaa,
नही... मगर...मै निकल गयी हूँ नये सफ़र को ओ मतलबी,
हाँ याद है तेरी हर सांस में.. मगर प्यार वही पुराना,
जायज नही लगता...
देखा था मैने आज भी...