...

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ग़ज़ल : दिल की बात सुनो
बात दिल की सुनो दिल की मानो
बात सब की सुनो दिल की मानो

कब से आवाज लगाता तुम को
शाम का वक़्त है दिल की मानो

और क्या अक्ल से उम्मीदें हो
शब बिखर जाएगी...