बताओ, क्यों?
सोच रही थी,
तुम पर फ़िर कोई कविता लिख लूं।
पर आज तुम ही बताओ,
तुम्हारे नाम स्याही क्यों बिखेरूं ?
जाना तुम्हें दूर था और,
इसका...
तुम पर फ़िर कोई कविता लिख लूं।
पर आज तुम ही बताओ,
तुम्हारे नाम स्याही क्यों बिखेरूं ?
जाना तुम्हें दूर था और,
इसका...