दो जिस्म एक जान
अधरों से अधरों ने मिलके
कल रात एक दूजे का हर राज़ जाना ,
रूह से रूह ने मिलके सीखा
देह का हर एक दाग़ छुपाना !
दो...
कल रात एक दूजे का हर राज़ जाना ,
रूह से रूह ने मिलके सीखा
देह का हर एक दाग़ छुपाना !
दो...