नसीब के खेल ॥
उम्मीद से ज्यादा मिल जाये अगर खुशी किसी को तो वह खुदा हो जाये ।
बिछुड़ ने बाद अक्सर याद आते है जो
ख्वाबो में ही सही पर दीदार हो जाये ॥
नसीब के खेल तो देखो कही खुशी तो
कहीं आँसूओ की बरसात हो जाये ॥
पल में बदल दे पासा वक्त का नसीब
कोई राजा तो कही फकीर हो जाये ॥
दोष किसको दे . हम अपनी बर्बादी का
कोई चमन हरा तो कही विराने हो जाये
दुनिया की बातो से भर गया दिल शकुन
अजनबी शहर से थोड़ा हम दुर हो जाये
© shakuntala sharma
बिछुड़ ने बाद अक्सर याद आते है जो
ख्वाबो में ही सही पर दीदार हो जाये ॥
नसीब के खेल तो देखो कही खुशी तो
कहीं आँसूओ की बरसात हो जाये ॥
पल में बदल दे पासा वक्त का नसीब
कोई राजा तो कही फकीर हो जाये ॥
दोष किसको दे . हम अपनी बर्बादी का
कोई चमन हरा तो कही विराने हो जाये
दुनिया की बातो से भर गया दिल शकुन
अजनबी शहर से थोड़ा हम दुर हो जाये
© shakuntala sharma