अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
जिंदगी की ऊँची नीची राहों में
इस बदलते मौसम की पनाहो मे
भूल जाते हैं लोग
अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
प्यार का सफर तय करते
ऊंचाइयों को छुते
किनारे से पहले छोड़ जाते है लोग
भूल जाते हैं लोग
अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
कसमे वादे और वो लिखी हुई...
जिंदगी की ऊँची नीची राहों में
इस बदलते मौसम की पनाहो मे
भूल जाते हैं लोग
अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
प्यार का सफर तय करते
ऊंचाइयों को छुते
किनारे से पहले छोड़ जाते है लोग
भूल जाते हैं लोग
अक्सर यूँ भूल जाते हैं लोग
कसमे वादे और वो लिखी हुई...