कोरोना
दूर देशसे आया एक बिनबुलाया महमान,
ना इसकी किसीसे जान पहचान,
पहले तो सबने हल्केमे ही लिया उसको,
पर फिर जनाबने दी अपनी असली पहचान।
नाम दिया उसको कोरोना,
सिखाया उसने की हाथ ना मिलाकर सिर्फ नमस्ते करोना,
लोगों को लोगों से दूर कर दिया,
जहा हो वही पे रहनेपर मजबूर कर दिया।
अमीरों के तो फिर भी हैं अच्छे हालचाल,
गरीब और मध्यमवर्गी...
ना इसकी किसीसे जान पहचान,
पहले तो सबने हल्केमे ही लिया उसको,
पर फिर जनाबने दी अपनी असली पहचान।
नाम दिया उसको कोरोना,
सिखाया उसने की हाथ ना मिलाकर सिर्फ नमस्ते करोना,
लोगों को लोगों से दूर कर दिया,
जहा हो वही पे रहनेपर मजबूर कर दिया।
अमीरों के तो फिर भी हैं अच्छे हालचाल,
गरीब और मध्यमवर्गी...