सपनों का जहान
जहां सपनो का इक मिलकर बनायेंगे सजायेंगे।
तुम्हे अपनी निगाहों से नये सपने दिखायेंगे।
चली आना सनम आगोश में मेरे सनम जब भी,
तुम्हे हम प्यार से आवाज दे जब भी बुलाएंगे।
तुम अपना सुध गवां दोगी सनम जब प्यार से गाकर,
तुम्हे हम प्यार के नगमे गजल जब भी सुनायेंगे।
बुलाएंगे हम अपने पास फिर लेकर के बाँहों में,
बड़े ही प्यार से तुमको गले अपने लगायेंगे।
ढलेगी जब सुहानी रात तुमको प्यार से अपने,
मेरे कंधे पर रखना सिर तुम्हे जब हम सुलायेंगे।
© Ank's
तुम्हे अपनी निगाहों से नये सपने दिखायेंगे।
चली आना सनम आगोश में मेरे सनम जब भी,
तुम्हे हम प्यार से आवाज दे जब भी बुलाएंगे।
तुम अपना सुध गवां दोगी सनम जब प्यार से गाकर,
तुम्हे हम प्यार के नगमे गजल जब भी सुनायेंगे।
बुलाएंगे हम अपने पास फिर लेकर के बाँहों में,
बड़े ही प्यार से तुमको गले अपने लगायेंगे।
ढलेगी जब सुहानी रात तुमको प्यार से अपने,
मेरे कंधे पर रखना सिर तुम्हे जब हम सुलायेंगे।
© Ank's