मेरा बचपन
#स्मृति_कविता
इस आज की आपाधापी से
जब भी थक जाती हूं,
मैं मेरे बचपन की यादों में
खो जाती हूं.......
उस वक्त बड़ी सिकायत थी मुझे
मां पापा से
मुझसे ज्यादा लाड वो मेरी
छोटी बहनों से क्यूं करते हैं......
मैं सबसे लड़ती, झगड़ती
और रोती ही रहती थी
फिर, मेरी प्यारी दादी
मुझ पे लाड लुटाया करती थी......
मुझे प्यार से...
इस आज की आपाधापी से
जब भी थक जाती हूं,
मैं मेरे बचपन की यादों में
खो जाती हूं.......
उस वक्त बड़ी सिकायत थी मुझे
मां पापा से
मुझसे ज्यादा लाड वो मेरी
छोटी बहनों से क्यूं करते हैं......
मैं सबसे लड़ती, झगड़ती
और रोती ही रहती थी
फिर, मेरी प्यारी दादी
मुझ पे लाड लुटाया करती थी......
मुझे प्यार से...