काव्य
ये तो निड़र काव्य है मेरा, हर तरफ से झलक आता है
प्यार लिखूं या नफरत कोई, सच्ची बात जता आता है
हर एक दिल की आवाज है इसमें, प्यार सभी का ले आता है
मौल भाव ना किया किसी से, कविता फिर भी बेच आता है
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प्यार लिखूं या नफरत कोई, सच्ची बात जता आता है
हर एक दिल की आवाज है इसमें, प्यार सभी का ले आता है
मौल भाव ना किया किसी से, कविता फिर भी बेच आता है
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