होली
मुझसे कहते हो तुम कि मुझे रंग ना लगाओ
तो कभी ये कि मोटी हो रही हो मीठा कम खाओ
तो फिर कैसे मनाई जाये होली चलो तुम ही बताओ?
क्यूंकि होली तो रंगों का ही त्योहार है
खाई जो ना गुझिया तो सब कुछ बेकार है...
तो कभी ये कि मोटी हो रही हो मीठा कम खाओ
तो फिर कैसे मनाई जाये होली चलो तुम ही बताओ?
क्यूंकि होली तो रंगों का ही त्योहार है
खाई जो ना गुझिया तो सब कुछ बेकार है...