तुम्हारे साथ के वो पल
आँखों से छलकते हैं ,कभी होंठो पर खनकते हैं,
मचलते हैं दिल में , कभी यादों में महकते हैं,
कितना सुकूँ दे जाते हैं ,जब ख़्वाबों में आते हैं,
तुम्हारे साथ के वो पल, मन मे पँछी से चहचहाते हैं,
पुरसुकूँ था वो हर लम्हा,जो तुम्हारे साथ गुज़रा था,
दर्द का कोई मंज़र ,तब कहां...
मचलते हैं दिल में , कभी यादों में महकते हैं,
कितना सुकूँ दे जाते हैं ,जब ख़्वाबों में आते हैं,
तुम्हारे साथ के वो पल, मन मे पँछी से चहचहाते हैं,
पुरसुकूँ था वो हर लम्हा,जो तुम्हारे साथ गुज़रा था,
दर्द का कोई मंज़र ,तब कहां...