मुंह की खाना पड़े तो!
मुंह की खाना पड़े तो इंसान इंसाँ नहीं रहता,
ज़िंदा हो या मुर्दा हो उस में जहाँ नहीं रहता।
क़ुरआन-ओ-गीता में जिसका मन नहीं लगता,
मेरे यारों उस पे ख़ुदा कभी मेहरबाँ नहीं रहता।
नाम से...
ज़िंदा हो या मुर्दा हो उस में जहाँ नहीं रहता।
क़ुरआन-ओ-गीता में जिसका मन नहीं लगता,
मेरे यारों उस पे ख़ुदा कभी मेहरबाँ नहीं रहता।
नाम से...