...

5 views

" उदास बचपन "
सब बच्चों के जैसा न था मेरा बचपन
छूट गया साया बाप का
चले गए हमें हमारे हालातों पर
मां ने गले से लगाया ममता की छाया रही
भूखी मां कैसे अपने बच्चों को दूध पिलाये
बचपन में न मिला कोई खिलौना
बन कर रह गए हम वक्त के हाथों का खिलौना
उदास बचपन उदास मासूमियत देख
रातें संग न सोती बैठ किनारे मां रोती
भूख तोड़ती बचपन को
तिष्णा तोड़ती जिस्म को
उदास बचपन उदास हैं यादें
बचपन बीत गया हर लम्हा बीत गया
पर मैं भूला न अपना बचपन
हां मैं भूला न मां की ममता को
आज भी उनकी छाया मेरा जीवन है
उनकी यादें हर पल मेरे साथ रहती हैं।

Gautam Hritu




© All Rights Reserved