...

7 views

मन मोहना भजन
मोहिनी सूरत छवि निराली
होंठों पे मुस्कान
लगे मोहे प्यारी प्यारी
दुनियाभर के नज़ारे देखे
पर न देखी ऐसी छवि निराली
हे मन मोहना
मेरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
जमुना तट से पानी भर लाई
फिर तूने क्यों गगरी छलकाई
तोड़ मटकी
पत्तों के ओट छिप गया हरजाई
तेरी शिकायत माँ यशोदा को
रास न आई
ये कैसी तूने पट्टी पढ़ाई
मन मोहना मेरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
धर्म की हानि होते देखी
पांडवों संग नाता जोड़ा
धर्म को अधर्म का साथ जब देते देखा
तब तुमने कर्ण के प्रति युक्ति चलाई
माँ कुंती से मिलन करवाया
कवच दे कर्ण दानवीर कर्ण कहलाया
मन मोहना मेरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
मीरा के संग नाता जोड़ा
गरल का प्याला राणाजी ने भेजा
कान्हा छवि गरल दिखी न्यारी
पिवत ही मीरा हँसी
सुध बुध खो मीरा नाची
मन मोहना मन मोहना
मेरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
राधा सँग रास रचाया
ये कैसा तुमने खेल रचाया
दुनिया ने पूछा तुझसे
कौन है ये तेरी राधा
कान्हा छवि में तब दिखी राधा
माया मोहिनी रूप
तेरा लगे अति प्यारा
जय जय राधा रमन हरि बोल
दुनिया ने नाम उचारा
मोहना मेरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
ता ता थईया करे तोरे अँगना
नाचे बन मयूर तोरे अँगना
अब न रोके रुके पग मोहना
नाचन दे मोरे मन मोहना
मोहना मोहना मोहना
© Manju Pandey Choubey