मैदान छोडूंगा नहीं
मैं सफलता के बिना मैदान छोडूंगा नहीं,
जीतने से पहले अपनी जान छोडूंगा नहीं,
'कर' लगे या 'सर' लगे या रास्ते में डर लगे,
जर्रा-जर्रा रोम का इंकार करने भी लगे,
नब्ज़ रुक जाए या चाहे धड़कने धीमी पड़ें,
मेरा मन चाहे मुझी पर वार करने भी लगे,
इस जगत के हित का मैं बलिदान छोडूंगा नहीं,
मैं सफलता के बिना मैदान छोडूंगा नहीं.....
आसमां सी हो...
जीतने से पहले अपनी जान छोडूंगा नहीं,
'कर' लगे या 'सर' लगे या रास्ते में डर लगे,
जर्रा-जर्रा रोम का इंकार करने भी लगे,
नब्ज़ रुक जाए या चाहे धड़कने धीमी पड़ें,
मेरा मन चाहे मुझी पर वार करने भी लगे,
इस जगत के हित का मैं बलिदान छोडूंगा नहीं,
मैं सफलता के बिना मैदान छोडूंगा नहीं.....
आसमां सी हो...