क्यों
मेरी रूह भी, अब थक रही है,
अरसे से यह दर्द जो सह रही है,
क्यों नहीं मिटती यह तेरी यादें,
क्यों नहीं सुनी जाती मेरी...
अरसे से यह दर्द जो सह रही है,
क्यों नहीं मिटती यह तेरी यादें,
क्यों नहीं सुनी जाती मेरी...