पता नहीं क्यों?
पता नहीं क्यों,
तुम्हारी याद आते ही,
दिल में एक मीठा-सा,
दर्द उठता है,
पता नहीं क्यों,
उठता है ये मीठा दर्द,
रोम-रोम में तुम्हारी,
झलक नज़र आती है,
पता नहीं क्यों,
बिन तुम्हारे दीदार,
किये आँख...
तुम्हारी याद आते ही,
दिल में एक मीठा-सा,
दर्द उठता है,
पता नहीं क्यों,
उठता है ये मीठा दर्द,
रोम-रोम में तुम्हारी,
झलक नज़र आती है,
पता नहीं क्यों,
बिन तुम्हारे दीदार,
किये आँख...