धीमा धीमा प्यार
दिल ने मुझको इतना लाचार किया!
धीमा धीमा सा तुझसे प्यार किया!!
उम्मीद की लहरों का सैलाब लिया!
हर धड़कन को साथ चाहत तेरी जिया!!
सर्दी की कपन गर्मी की भुजंग धूप!
आसमां की काली घटा बारिश की बूँद!!
जात पात के बंधन से खुद को आज़ाद किया
बना तुझे हमराह निश्चल घुट प्यार का पिया!!
चारो ऋतु आठो पहर पहलू मे तेरी...
धीमा धीमा सा तुझसे प्यार किया!!
उम्मीद की लहरों का सैलाब लिया!
हर धड़कन को साथ चाहत तेरी जिया!!
सर्दी की कपन गर्मी की भुजंग धूप!
आसमां की काली घटा बारिश की बूँद!!
जात पात के बंधन से खुद को आज़ाद किया
बना तुझे हमराह निश्चल घुट प्यार का पिया!!
चारो ऋतु आठो पहर पहलू मे तेरी...