बढ़ेगा मुल्क आगे जो कदर बच्चों की करता है
बढ़ेगा मुल्क आगे जो कदर बच्चों की करता है,
जहाँ नन्हीं सी आँखों में बड़ा सपना सँवरता है।
न हो भूखा न हो रोगी मिले सबको उचित शिक्षा,
बिना इनके यहाँ बचपन तड़प कर बस बिखरता है।
यहाँ ऐसे भी बच्चे हैं जो बूढ़े ज़्यादा लगते हैं,
लदा परिवार का बोझा यूँ ही...
जहाँ नन्हीं सी आँखों में बड़ा सपना सँवरता है।
न हो भूखा न हो रोगी मिले सबको उचित शिक्षा,
बिना इनके यहाँ बचपन तड़प कर बस बिखरता है।
यहाँ ऐसे भी बच्चे हैं जो बूढ़े ज़्यादा लगते हैं,
लदा परिवार का बोझा यूँ ही...