निभा ना सके,,,,
तुम्हारे साथ रहना चाहते तो थे पर निभा ना सके,,,,, बहुत अरमानों के साथ आए हम तेरी दुनिया में सपने भी बहुत थे आंखो में,, सब कुछ किया मैने रिश्ता बचाने के लिए अपना ,, पर कुछ कमी रह जाती हर बार,,,,,,,,,, बहुत सितम किया तुमने हर बार मेरे साथ ,, हर बार माफी दे दी यही कमी थी मुझमें,, विश्वास करने कि हर बार कीमत चुकाई है मैने,,,,,,, क्यों कोई कोई रिश्ता बहुत कम चलता है दिल तो वहां भी वही है जो किसी प्रेमीयुगल के पास होता है फिर भावनाए अलग अलग क्यों होती है,,, ये भावनाए सबकी एक...