...

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देवो के देव महादेव ।
मेरे प्यारे भोले भंडारी,
सुनलो एक अरज हमारी।
नीलकंठ बन तुम आना,
सबके मन के घुले विष निकाल जाना।
महाकाल बन तुम आना,
हृदय से काल का भय भगाना।
शिवशंकर बन तुम आना,
लोगों को आशीष दे जाना।
आदियोगी बन तुम आना,
योग ज्ञान में...