सर्दी में आ गर्मी ला दे - गीतकार मुकेश सागर
सर्दी में आ गर्मी ला दे
प्यासे तन की प्यास बुझा दे
मत कर लाइफ वेस्ट मेरी
सुन ले सनम रिक्वेस्ट मेरी
..........
तन्हाई के इस मौसम में
एक आग सी लिए लगती है
जिस्म हो गया मोम जैसा
पूरी रूह सुलगती है
तुझको...
प्यासे तन की प्यास बुझा दे
मत कर लाइफ वेस्ट मेरी
सुन ले सनम रिक्वेस्ट मेरी
..........
तन्हाई के इस मौसम में
एक आग सी लिए लगती है
जिस्म हो गया मोम जैसा
पूरी रूह सुलगती है
तुझको...