#क्या लिखूं
बहुत दिन से सोच रहा कुछ लिखूँ
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
राग लिखूँ रंग लिखूँ
यौवना का अंग प्रत्यंग लिखूँ
वैमनस्य लिखूँ द्वेष लिखूँ
प्रतिदिन बदलता परिवेश लिखूँ
बहुत दिन से सोच रहा कुछ लिखूँ
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
विरहिणी का विरह लिखूँ
या प्राणियों का कलह लिखूँ
सास बहू का जिरह लिखूँ
या झगड़ों का सुलह लिखूँ
बहुत दिन से सोच रहा कुछ लिखूँ
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
अभिनेता का अभिनय लिखूँ
या उनका अनुनय विनय लिखूँ
विचरण शनैः शनैः लिखूँ
या आलिन्द का निलय...
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
राग लिखूँ रंग लिखूँ
यौवना का अंग प्रत्यंग लिखूँ
वैमनस्य लिखूँ द्वेष लिखूँ
प्रतिदिन बदलता परिवेश लिखूँ
बहुत दिन से सोच रहा कुछ लिखूँ
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
विरहिणी का विरह लिखूँ
या प्राणियों का कलह लिखूँ
सास बहू का जिरह लिखूँ
या झगड़ों का सुलह लिखूँ
बहुत दिन से सोच रहा कुछ लिखूँ
पर लिखूँ तो क्या लिखूँ
अभिनेता का अभिनय लिखूँ
या उनका अनुनय विनय लिखूँ
विचरण शनैः शनैः लिखूँ
या आलिन्द का निलय...