भीखे
बादल सिर पर खड़ा रह गया
बागीचा मेरा सूखा रह गया,
कोई रोज़ भिखे मांगी थी मोहब्बत मे
वक़्त देखो हाए! कैसे बदल रहा है
हम सामने से गुजर गए वो काले सूट में खड़ा रह गया।
© reality mirror
बागीचा मेरा सूखा रह गया,
कोई रोज़ भिखे मांगी थी मोहब्बत मे
वक़्त देखो हाए! कैसे बदल रहा है
हम सामने से गुजर गए वो काले सूट में खड़ा रह गया।
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