राख को मत कुरेदिये!
राख को मत कुरेदिये,
एहसास को मत कुरेदिये,
जो लगी है इस दिल में,
उस आग को मत कुरेदिये।
घर उसका जल रहा है,
जनाज़ा निकल रहा है,
साहब देख रहे हैं,...
एहसास को मत कुरेदिये,
जो लगी है इस दिल में,
उस आग को मत कुरेदिये।
घर उसका जल रहा है,
जनाज़ा निकल रहा है,
साहब देख रहे हैं,...