मिसाइलें सपने कब समझती हैं
जैसे ही कैम्प के शरणार्थियों ने एमरजेंसी सायरन की आवाज सुनी,पूरे कैम्प में पलक झपकते ही भगदड़ मच गई।हर कोई अपनी जान बचाने के लिए कैम्प से बाहर की ओर दौड़ा।जो जहां था,सब छोड़-छाड़ के भाग लिया।युद्ध के ऐसे भयानक मंजर में सामान की चिंता करने का किसी को होश कहाँ?
आठ साल की नन्ही मासूम बच्ची से माँ का हाथ कब छूटा और कब कैम्प में छूटी हुई गुड़िया को वापिस लेने काल का ग्रास बनने चली ,किसी को पता न चला।
बाहर निकलकर माँ ने...
आठ साल की नन्ही मासूम बच्ची से माँ का हाथ कब छूटा और कब कैम्प में छूटी हुई गुड़िया को वापिस लेने काल का ग्रास बनने चली ,किसी को पता न चला।
बाहर निकलकर माँ ने...