...

10 views

रानी का लिफाफा
सपनो के जहाँ मे, है एक फरिश्ता,
प्यार की हवेली मे, बसती है दिल की दिलरुबा,
कहानी का मोड़ आया कुछ इस कदर,
दील की रानी का था एक सपना,
दुआ मे मांगी फरिश्ता से मिलने की रज़ा,
एक दिन फरिश्ता आया सफ़ेद घोड़े सवार,
बता तेरी क्या है रज़ा,

बातो का ज़रना शुरू हुआ,
रानी का लिफाफा सुरु हुआ,
जिंदगी है जीने के लिए ,
तो बोझ रूपी दुखो का बरसात क्यु देते हो,
चार दिन की चांदनी मे,
रात अँधेरी क्यु जलाते हो,
हमे कठपुतली या बनाकर ,
संसार के आँगन मे क्यु नचाते हो,

अब मोल भाव सब छूठें,
जिंदगी का बोझ जो छूटे,
कहानी का मोड़ रूठें,
किरदार का रूप टूटे,
मुरजा जाए सारी दुखो की कलिया...










© pb
#pb82 #writcoapp #writco