कहां से लाऊं
सह जाए जमाने का हर वार,
ऐसी छाति चट्टान का कहां से लाऊं?
हंसते हंसते सुने अपनों के ताने
ऐसी मुस्कान अजब सी कहां से लाऊं?
मुझको मुझसे...
ऐसी छाति चट्टान का कहां से लाऊं?
हंसते हंसते सुने अपनों के ताने
ऐसी मुस्कान अजब सी कहां से लाऊं?
मुझको मुझसे...