शहर
कुछ लम्हें रुसवा , तो कुछ ख्वाइशें ख़फ़ा हैं !
कत्ल हो रही हैं रातें हर मोड़ पर , कम्बख़्त शहर...
कत्ल हो रही हैं रातें हर मोड़ पर , कम्बख़्त शहर...