खुद से ही पूछ लेता हूं
#WritcoPoetryDay
जब भी और नजरों के सामने होते हैं मैं उन्हें नकार नहीं पता हूं,
खुद को समझता हूं बार-बार की अब वह मेरे नहीं है फिर भी जब वह नजरों के सामने होते हैं तो मैं इस बात को स्वीकार नहीं पाता हूं,
न जाने क्यों ऐसे मै...
जब भी और नजरों के सामने होते हैं मैं उन्हें नकार नहीं पता हूं,
खुद को समझता हूं बार-बार की अब वह मेरे नहीं है फिर भी जब वह नजरों के सामने होते हैं तो मैं इस बात को स्वीकार नहीं पाता हूं,
न जाने क्यों ऐसे मै...