पिघलते रिश्ते
पिघलते रिश्ते
कुछ साल का रिश्ता बना
ज़माने की भारी चोट लगी
सोती थी जिसकी बाहों में रूह मेरी
पिघलते रिश्ते को नज़र लगी
रूठना मनाना बहुत हुआ
आखिर तक की बाजी लगी
मिलों दूर से...
कुछ साल का रिश्ता बना
ज़माने की भारी चोट लगी
सोती थी जिसकी बाहों में रूह मेरी
पिघलते रिश्ते को नज़र लगी
रूठना मनाना बहुत हुआ
आखिर तक की बाजी लगी
मिलों दूर से...