एक साया
एक साया....
एक चंचल सा साया मेरे ओर पास मंडराता रहता है.....
मैं जहां जाती हूं ना जाने क्यों पीछे पीछे आता रहता है......
मुझको क्यों इतना सताता है मुझको समझना आता है.....
मंदिर में जाऊं ध्यान लगाऊं ध्यान में भी उस साये का ख्याल आता रहता है.....
एक चंचल सा साया मेरे ओर पास मंडराता रहता है......
अगर मैं कभी दुखी हो जाऊं तो मेरा...
एक चंचल सा साया मेरे ओर पास मंडराता रहता है.....
मैं जहां जाती हूं ना जाने क्यों पीछे पीछे आता रहता है......
मुझको क्यों इतना सताता है मुझको समझना आता है.....
मंदिर में जाऊं ध्यान लगाऊं ध्यान में भी उस साये का ख्याल आता रहता है.....
एक चंचल सा साया मेरे ओर पास मंडराता रहता है......
अगर मैं कभी दुखी हो जाऊं तो मेरा...