...

13 views

दुष्कर्म का इलाज़
सामुहिक दुष्कर्म की वारदातें रोज़ घटती है !
सजा की कार्यवाही सालों साल चलती है !!

पीड़ित-परिजनों पर क्या क्या गुजरती है ?
अक्सर उनकी जान पर भी आ बनती है !!

सुझाव है फैसले हफ्ते दो हफ्ते में दिये जायें !
अपील निपटान भी अगले हफ्ते किया जाये !!

सजा पर अमल महीने में हो सकता है !
कड़ी सजा से ही कानून का ड़र बनता है !!

आज पीड़ित ड़र के साये में जी रहे हैं ।
अपराधी जमानतों पर छूट भी रहे हैं ।।

सबकी मिलीभगत से अपराधी है मदमस्त ।
दबी कुचली जनता दिन दिन हो रही त्रस्त ।।

दुष्कर्म समाजी अस्मिता पे है शर्मनाक दाग ।
जाहिर है सत्ताई आस्तीनों में भरे काले नाग ।।