53 views
मेरी इबादत हो..
चांद का नूर फूलों की नजाकत हो,
सर से पांव तलक तुम कयामत हो.
मैं बड़ा ही खुशनसीब शख्स हूं,
सच मानिए जिसकी तुम चाहत हो.
तुम ही से रोशन दिन रात है मेरे,
दिल का, सुकून, रूह की, राहत हो.
मेरी जिंदगी बस तुमसे ही जुड़ी है,
मेरी जिंदगी की तुम ही हकीकत हो.
हर पल तुम्हारे ही सजदे में रहे,
मेरा इश्क, तुम ही, मेरी, इबादत हो.
© एहसास ए मानसी
सर से पांव तलक तुम कयामत हो.
मैं बड़ा ही खुशनसीब शख्स हूं,
सच मानिए जिसकी तुम चाहत हो.
तुम ही से रोशन दिन रात है मेरे,
दिल का, सुकून, रूह की, राहत हो.
मेरी जिंदगी बस तुमसे ही जुड़ी है,
मेरी जिंदगी की तुम ही हकीकत हो.
हर पल तुम्हारे ही सजदे में रहे,
मेरा इश्क, तुम ही, मेरी, इबादत हो.
© एहसास ए मानसी
Related Stories
83 Likes
35
Comments
83 Likes
35
Comments