वफ़ा की दलीलें
अब कौन जागे रातों को
कौन तुझे याद करे
कौन बात बात में बात निकाल के
फिर से तुझे याद करे
जिससे फर्क पड़ता है मुझे
तू वही आखरी शक्स रह गया है
चलो अब...
कौन तुझे याद करे
कौन बात बात में बात निकाल के
फिर से तुझे याद करे
जिससे फर्क पड़ता है मुझे
तू वही आखरी शक्स रह गया है
चलो अब...