सब रूप ज़िन्दगी के
सब रूप ज़िन्दगी के,
सब रूप में एक रंग,
यहाँ प्यार, ख़ुशियाँ और दुख मिलती
बारिश, धूप और शर्दी के संग।
चाँद को चाँदनी देती सूरज को
लागता है चंद्र ही ग्रहण,
फिर खुद पे ग्रहण लेकर सूर्य का,
सुरु करता है नया चक्र।
दिन में सूरज तो रात में चाँद राह दिखायेगा,
कोशिश करोगे तो हर मुश्किल का समाधान आयेगा।
समय की रेत पे, कई के हैं पथचिन्ह यहाँ,
जिसपे चाहो, उसपे चलो,
चलते रहना यहाँ पे, बस यही है एक रंग,
सूर्य और चाँद ग्रहण खा के भी नही रुकते यहाँ,
"न रुकना",ही है हर रूप में जीवन।
© Pratik Anand
#WritcoPrompt #writcopoemchallegene #hindiwriteups #Philosophies #inspiration #Poetry
सब रूप में एक रंग,
यहाँ प्यार, ख़ुशियाँ और दुख मिलती
बारिश, धूप और शर्दी के संग।
चाँद को चाँदनी देती सूरज को
लागता है चंद्र ही ग्रहण,
फिर खुद पे ग्रहण लेकर सूर्य का,
सुरु करता है नया चक्र।
दिन में सूरज तो रात में चाँद राह दिखायेगा,
कोशिश करोगे तो हर मुश्किल का समाधान आयेगा।
समय की रेत पे, कई के हैं पथचिन्ह यहाँ,
जिसपे चाहो, उसपे चलो,
चलते रहना यहाँ पे, बस यही है एक रंग,
सूर्य और चाँद ग्रहण खा के भी नही रुकते यहाँ,
"न रुकना",ही है हर रूप में जीवन।
© Pratik Anand
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