Hot shayri
'सपना' को देखकर सपने मे 'स्वपनदोष' हो गया,
'सपना' भी बच गई और 'संतोष' भी हो गया।
ग़ालिब ने भी क्या खूब कहा है
"सपना" को देखकर सपने मे "स्वपनदोष" हो गया,
"सपना" भी बच गई और "संतोष" भी हो गया।
चिड़िया के बैठने से हिल जाती है पेड़ की डाल,
चिड़िया के बैठने से हिल जाती है पेड़ की डाल;
और लड़की चुद जाए तो बिगड़ जाती है उसकी चाल!
हम वो आशिक हैं जो सुबह को शाम बना देते हैं,
छोटी छोटी मौसमबियों को आम बना देते हैं,
हम से पंगा न ले छोरी
हम तो वो हैं जो छोटी सी दुकान का भी गोदाम बना देते हैं!
हम वो आशिक हैं जो सुबह को शाम बना देते हैं,
छोटी छोटी मौसमबियों को आम बना देते हैं,
हम से पंगा न ले छोरी,
हम तो वो हैं जो...
'सपना' भी बच गई और 'संतोष' भी हो गया।
ग़ालिब ने भी क्या खूब कहा है
"सपना" को देखकर सपने मे "स्वपनदोष" हो गया,
"सपना" भी बच गई और "संतोष" भी हो गया।
चिड़िया के बैठने से हिल जाती है पेड़ की डाल,
चिड़िया के बैठने से हिल जाती है पेड़ की डाल;
और लड़की चुद जाए तो बिगड़ जाती है उसकी चाल!
हम वो आशिक हैं जो सुबह को शाम बना देते हैं,
छोटी छोटी मौसमबियों को आम बना देते हैं,
हम से पंगा न ले छोरी
हम तो वो हैं जो छोटी सी दुकान का भी गोदाम बना देते हैं!
हम वो आशिक हैं जो सुबह को शाम बना देते हैं,
छोटी छोटी मौसमबियों को आम बना देते हैं,
हम से पंगा न ले छोरी,
हम तो वो हैं जो...