तू और मैं
वो तेरी निगाहों का मेरी निगाहों को गलती से छुना, और आंखो का वहीं थम जाना..
मेरा मुस्कुरा के नजरो के चुरा के झुका लेना और शर्म से दोनो का लाल हो जाना...
यह कभी न खत्म होने वाले सिलसिला का बस चलते जाना...
मेरा तेरी बाहों में जानबूझकर गिरना और कहीं आंखो में को सा जाना...
तेरी तुक और बेतुकी si बातों को भी गौर से सुनना और बस सुनते ही जाना...
बैठ के चांदनी में हाथो को थामे हुए , लंबे रिश्ते के ख्वाब बुनते जाना...
चलते – चलते ,...
मेरा मुस्कुरा के नजरो के चुरा के झुका लेना और शर्म से दोनो का लाल हो जाना...
यह कभी न खत्म होने वाले सिलसिला का बस चलते जाना...
मेरा तेरी बाहों में जानबूझकर गिरना और कहीं आंखो में को सा जाना...
तेरी तुक और बेतुकी si बातों को भी गौर से सुनना और बस सुनते ही जाना...
बैठ के चांदनी में हाथो को थामे हुए , लंबे रिश्ते के ख्वाब बुनते जाना...
चलते – चलते ,...