सिलसिला ये चाहत का
सिलसिला ये चाहत का तोडके ना जाना तुम
यूं ही चाहते रहना छोडके ना जाना तुम
याद रखना हर राहें मुझ तलक तेरी आएं
चाहे जो भी हो लेकिन मुंह फेर के ना जाना तुम
मुझको भरके बाहों में जो भी वादे करते ...
यूं ही चाहते रहना छोडके ना जाना तुम
याद रखना हर राहें मुझ तलक तेरी आएं
चाहे जो भी हो लेकिन मुंह फेर के ना जाना तुम
मुझको भरके बाहों में जो भी वादे करते ...