'चन्दन' हूँ ; तुम्हें याद तो मैं आ ही जाऊँगा...
हारा हुआ हूँ आज कभी जीत जाऊँगा,
साँसे चलेंगी जब तक तुमको ही चाहूँगा,
महसूस करोगे मुझे, तुम पास पाओगे,
बनके हवा शहर तुम्हारे लौट आऊँगा,
देखूँगा जी भर के तुम्हें अपनी निगाहों से,
फिर...
साँसे चलेंगी जब तक तुमको ही चाहूँगा,
महसूस करोगे मुझे, तुम पास पाओगे,
बनके हवा शहर तुम्हारे लौट आऊँगा,
देखूँगा जी भर के तुम्हें अपनी निगाहों से,
फिर...