घड़ी दो घड़ी
मिलना तेरा घड़ी दो घड़ी ही सही है जरूरी मेरी ज़िंदगी के लिए,
इश्क़ में तेरे डूबे हैं हम इस क़दर,बच निकलना मेरा है जरूरी नही,
हम तो मर ही गये हैं समझ लो सनम,सांस चलना न चलना जरूरी नही,
लाख सपने जो देखे हों मैने सनम हों वो पूरे न पूरे जरूरी नही,
जब से देखा है,चाहा है मैने तुझे,तू भी चाहे न चाहे जरूरी नही,
सजदा तेरा करूँ,तेरे दर पे मरूँ,सजदा तेरा करूँ, तेरे दर पे मरूँ,है जरूरी मेरी आशिकी के लिए,
मिलना तेरा घड़ी दो घड़ी ही सही है जरूरी मेरी ज़िंदगी के लिए,
इश्क़ में तेरे डूबे हैं हम इस क़दर,बच निकलना मेरा है जरूरी नही,
हाथ मेरे बंधे हैं बंधे इस तरह, जिम्मेदारी मेरी हैं ये मजबूरियां,
रस्ते खोजे भी देखे तुझे पाने के...
इश्क़ में तेरे डूबे हैं हम इस क़दर,बच निकलना मेरा है जरूरी नही,
हम तो मर ही गये हैं समझ लो सनम,सांस चलना न चलना जरूरी नही,
लाख सपने जो देखे हों मैने सनम हों वो पूरे न पूरे जरूरी नही,
जब से देखा है,चाहा है मैने तुझे,तू भी चाहे न चाहे जरूरी नही,
सजदा तेरा करूँ,तेरे दर पे मरूँ,सजदा तेरा करूँ, तेरे दर पे मरूँ,है जरूरी मेरी आशिकी के लिए,
मिलना तेरा घड़ी दो घड़ी ही सही है जरूरी मेरी ज़िंदगी के लिए,
इश्क़ में तेरे डूबे हैं हम इस क़दर,बच निकलना मेरा है जरूरी नही,
हाथ मेरे बंधे हैं बंधे इस तरह, जिम्मेदारी मेरी हैं ये मजबूरियां,
रस्ते खोजे भी देखे तुझे पाने के...