पुरानी गलियां !
किसी शाम युहीं याद आ गयी
मुझे मेरे बचपन की कुछ गलियां...
वो सुन्दर सा गाँव
घर में पेड़ कि छाँव....
कुछ धुंदली है...
कुछ पुरानी है...
कुछ बहुत सुन्दर...
मुझे मेरे बचपन की कुछ गलियां...
वो सुन्दर सा गाँव
घर में पेड़ कि छाँव....
कुछ धुंदली है...
कुछ पुरानी है...
कुछ बहुत सुन्दर...