पुरानी यादें...
कभी शब्द, कविताऐं बनकर काग़ज़ पर बरसती है,
कभी दिल रोता है, कभी आँखें फुट पड़ती है,
कभी गालों पर अश्रु ठहर जाते...
कभी दिल रोता है, कभी आँखें फुट पड़ती है,
कभी गालों पर अश्रु ठहर जाते...