जब मैं अकेली थी
जब मैं दर्द मे थी तो अकेली थी,
प्यार के बोल को तरस रही थी,
कुछ लोग पास से गुजर गए ,
कुछ आये स्वार्थ पूरा कर गए,
हिम्मत करके गुजारे थे...
प्यार के बोल को तरस रही थी,
कुछ लोग पास से गुजर गए ,
कुछ आये स्वार्थ पूरा कर गए,
हिम्मत करके गुजारे थे...