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फ़ादर्स डे
अभी कल की हीं बात है
दीपक और रौशन लड़ रहे थे
इस बात पर की इस महीने
बूढ़े पिता की जिम्मेदारी
किस का हिस्सा है
आज दोनों ने लंबे लंबे पोस्ट लिखे हैं
पिता के प्रेम समर्पण पर
अजी यही बदले दौर का
हर घर का किस्सा है
© eternal voice नाद ब्रह्म
दीपक और रौशन लड़ रहे थे
इस बात पर की इस महीने
बूढ़े पिता की जिम्मेदारी
किस का हिस्सा है
आज दोनों ने लंबे लंबे पोस्ट लिखे हैं
पिता के प्रेम समर्पण पर
अजी यही बदले दौर का
हर घर का किस्सा है
© eternal voice नाद ब्रह्म
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