चेहरे से पर्दा उतारो कभी!!
बालों की तरह हमें सवारों कभी
लबों से अपने पुकारो कभी
तरस गयी ये आंखें दीदार को
चेहरे से पर्दा उतारो कभी !!
ख्वाहिश लबों की हंसी देखू ...
लबों से अपने पुकारो कभी
तरस गयी ये आंखें दीदार को
चेहरे से पर्दा उतारो कभी !!
ख्वाहिश लबों की हंसी देखू ...