❣️हम-तुम❣️
तुम मखमली चांदनी सी हो,
और मुझमें तपिश है सूरज सी..
खोने-पाने की चाह से परे,
ये प्रीत है...
और मुझमें तपिश है सूरज सी..
खोने-पाने की चाह से परे,
ये प्रीत है...